How to do MBA after graduation in Hindi - मास्टर ऑफ़ बिज़नेस कोर्स कैसे करे

Master of Business Administration is MBA. It is a post graduate degree course which comes under the management spectrum. The MBA course duration is 2 years with a total of 4 semesters. Bachelors degree from a recognized university with a minimum of 50% or higher are eligible for this course

How to do MBA after graduation in Hindi - मास्टर ऑफ़ बिज़नेस कोर्स कैसे करे

How to do MBA after graduation in Hindi - अभी का दौर Globalization का है। पूरी दुनिया Corporate, Industrial, Economy में बहुत Growth कर रही है। ऐसे में MBA करने वालो को अच्छा-खासा पैकेज मिल रहा है। ये सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी MBA के बहुत Scope है। तो आइये जाने MBA क्या हैं और इसकी पढाई कैसे करे

एमबीए कोर्स क्या है?: एमबीए एक बहुत ही पोपुलर मास्टर डिग्री कोर्स है जिसकी पढाई पूरी करने के बाद आप किसी भी मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छी खासी जॉब पा कर सैलरी ले सकते है एमबीए का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ़ बिजिनेस एडमिनिस्ट्रेटर होता है ये एक तरह की पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री है जिसका मतलब ये है की इस कोर्स को आप अपनी ग्रेज़ुएशन पूरी करने के बाद कर सकते है ये 2 या 5 साल का कोर्स होता है इसमें आपको बिजिनेस के बारे में पढाया जाता है की कैसे आप बिजिनेस को सफल बनाये.

एमबीए कोर्स कोई कोई भी स्टूडेंट कर सकता है चाहे वो किसी भी स्ट्रीम से हो (Arts Commerce या फिर science) MBA करने के LLB की तरह ही 2 ऑप्शन होते है एक 5 साल वाला MBA जो आप 12th के बाद सीधा कर सकते है और दूसरा 2 साल वाला जो आप BBA या किसी भी ग्रेज़ुएशन कोर्स के बाद कर सकते है.

Education qualification for MBA Course

  1. 5 इयर्स MBA के लिए 12th और 2 इयर्स के लिए ग्रेजुएशन डिग्री होनी चाहिए
  2. ग्रेजुएशन में 50% मार्क्स होने चाहिए
  3. एंट्रेंस एग्जाम क्लियर होना चाहिए(CAT, CMAT)

एमबीए कोर्स के फिल्ड-एमबीए में एडमिशन लेने से पहले आपको एक फिल्ड सेलेक्ट करना होता है क्यों की इसमें आपको कई कोर्स मिलते है जिसमे से आपको एक फील्ड सेलेक्ट करके इसमें एमबीए करना होता है जैसे:-

  • MBA in finance
  • MBA in marketing
  • MBA in human recourse management(HRM)
  • MBA in international business (IB)
  • MBA in operation management
  • MBA in information technology

MBA करने का प्रोसेस:-

 1.12वी पास करे किसी भी सब्जेक्ट से: एमबीए की पढाई करने के लिए सबसे पहले आपको 12th पास करना होगा किसी भी स्ट्रीम (Stream) से चाहे आर्ट्स (Arts) से, कॉमर्स (Commerce) से या फिर साइंस (science) सब्जेक्ट से, हो सके तो आप 11th में कॉमर्स सब्जेक्ट को चुने इससे आपको आगे जाके काफी फायदा होगा

2.50% मार्क्स के साथ ग्रेजुएशन पूरी करे: 12th के बाद आपको ग्रेज़ुएशन करनी होगी, आप किसी भी कोर्स में ग्रेजुएशन कर सकते है लेकिन अगर आप एमबीए करना चाहते है तो आपको 12वी के बाद बीबीए (BBA)ही करना चाहिए, इससे आपको आगे बहुत फायदा होगा.

3.एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करे: ग्रेज़ुएशन के बाद आपको MBA में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना होगा इसके लिए टॉप एंट्रेंस एग्जाम है आईआईएम (IIM) जिसे आप CAT एग्जाम के नाम भी जानते होंगे ये इंडिया के सबसे बेस्ट और टॉप लेवल एंट्रेंस एग्जाम में से एक है जिससे आप एमबीए कर सकते है   इसके अलावा CMAT, MAT, GMAT जैसे एंट्रेंस एग्जाम भी है जिसे क्लियर कर के आप एमबीए में एडमिशन ले सकते है या फिर कुछ कॉलेज ऐसे भी होते है जो बिना एंट्रेंस एग्जाम के आपको एमबीए में एडमिशन दे देते है.

4.एमबीए में एडमिशन ले और पढाई पूरी करे: जैसे ही आप एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करते है तो आपको MBA में एडमिशन मिलता है इसके बाद आपको 2 साल तक एमबीए की पढाई पूरी करनी होगी जिसके बाद आपका एमबीए पूरा हो जायेगा

एमबीए की टॉप 10 स्‍ट्रीम्‍स(MBA Specialization)

(1) फाइनेंस: एमबीए इन फाइनेंस एमबीए स्‍पेशलाइजेशन का सबसे पुराना सब्‍जेक्‍ट है। इस कोर्स के दौरान आपको कॉस्टिंग, बजटिंग, इंटरेनशल फाइनेंस और कैपिटल मैनेजमेंट जैसे सब्‍जेक्‍ट्स की तैयारी करवाई जाती है। इन सब्‍जेक्‍ट्स की पढ़ाई करने के बाद आप फाइनांशियल मैनेजमेंट में स्‍पेशलाइज्‍ड बन जाते हैं, जिससे आपको किसी भी ऑर्गेनाइजेशन के फाइनेंस डिपार्टमेंट में जॉब मिल सकती है।

(2) मार्केटिंग: एमबीए मार्केटिंग डायनामिक और काफी कंपीटिटिव है. एमबीए मार्केटिंग में स्‍टूडेंट्स को कंज्‍यूमर बिहेवियर, मार्केट, एडवरटाइजिंग और इस फील्‍ड से जुड़ी दूसरी बारीकियों को समझने में मदद मिलती है। इस फील्‍ड में उन लोगों को करियर बनाना चाहिए जिनकी कम्‍यूनिकेशन स्किल्‍स बेहतरीन हों, मौजूदा रिसोर्स का सही तरीके से इस्‍तेमाल करने की कला आती हो और मार्केटिंग में टिके रहना का जज्‍बा हो।

(3) ह्यूमन रिसोर्स (HR): एचआर में एमबीए उन लोगों के लिए है जो एचआर और स्‍ट्रेटजी में करियर बनाना चाहते हैं. अच्‍छी कम्‍यूनिकेशन स्किल्‍स, Attractive पर्सनैलिटी और Confident वाले लोगों के लिए एचआर में एमबीए एक अच्‍छा करियर ऑप्‍शन है.

(4) इंटरनेशनल बिजनेस: मास्‍टर ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस में इंटरनेशनल ऑपरेशन जैसे इंटरनेशनल मार्केटिंग और फाइनेंस की डीपली जानकारी दी जाती है। एमबीए की इस डिग्री में मल्‍टीनेशनल कोऑपरेशन पर ज्‍यादा फोकस किया जाता है। इस कोर्स में एडमिशन के लिए किसी भी स्‍ट्रीम से ग्रेजुएट होना जरूरी है।

(5) ऑपरेशन मैनेजमेंट: ऑपरेशंस में एमबीए प्रोडक्‍शन मैनेजमेंट या शॉप फ्लोर मैनेजमेंट में मददगार होता है। इस कोर्स के जरिए आप प्रोसेस फ्लो को मेंटेन करने के अलावा वेंडर और इंटर-डिपार्टमेंटल रिलेशंस को बनाए रखने का गुण सीखते हैं। इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के ज्‍यादातर स्‍टूडेंट्स ऑपरेशंस में एमबीए करते हैं क्‍योंकि प्रोडक्‍ट डेवलपमेंट, डिजाइनिंग और प्रोसेस ऑप्‍टिमाइजेशन की जानकारी होने की वजह से उन्‍हें इस फील्‍ड में ढलने में ज्‍यादा दिक्‍कत नहीं होती है। हालांकि किसी भी स्‍ट्रीम के उम्‍मीदवार इस कोर्स के लिए अप्‍लाई कर सकते हैं।

(6) इंफॉर्मेशन टेक्‍नोलॉजी(IT): आईटी में एमबीए ऐसे प्रोफेशनल्‍स को तैयार करने के लिए डिजाइन किया गया है जो इंफॉर्मेशन और कम्‍यूनिकेशन टेक्‍नोलॉजी से जुड़ी प्‍लानिंग, डिजाइन, सलेक्‍शन, इम्प्लिमेन्टेशन और एडमिनिस्ट्रिेशन को Effectively  मैनेज कर सकें। बिजनेस टीम में आईटी ग्रेजुएट्स एक इम्पोर्टेन्ट रोल अदा करते हैं। खासकर सॉफ्टवेयर सॉल्‍यूशंस की डिजाइनिंग और इम्प्लिमेन्टेशन में. किसी भी स्‍ट्रीम के उम्‍मीदवार आईटी में एमबीए कर सकते हैं।

(7) सप्‍लाई चेन मैनेजमेंट: इस कोर्स के तहत इंवेंट्री मैनेजमेंट, वेयरहाउसिंग और क्‍लाइंट्स या किसी कंपनी द्वारा मांगे गए तमाम तरह के मटीरियल के ट्रांसपोर्टेशन की जानकारी दी जाती है। सप्‍लाई चेन मैनेजमेंट में किसी भी स्‍ट्रीम के ग्रेजुट्स एमबीए कर सकते हैं।

(8) रूरल मैनेजमेंट: एमबीए इन रूरल मैनेजमेंट एक अनोखा प्रोग्राम है जिसे रूरल बिजनेस मार्केटिंग के फील्‍ड में स्किल्‍ड मैनेजर्स की बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए बनाया गया है। रूरल मार्केट में विकास की संभावनाएं बहुत ज्‍यादा हैं और कॉर्पोरेट घरानों को इस बात का अच्‍छी तरह एहसास है। किसी भी स्‍ट्रीम के उम्‍मीदवार इस कोर्स के लिए एप्‍लाई कर सकते हैं।

(9) एग्री बिजनेस मैनेजमेंट: इस कोर्स में स्‍टूडेंट्स उन कंपनियों को मैनेज करने का गुर सीखते हैं जो कंज्‍यूमर तक एग्रीकल्‍चरल प्रोडक्‍ट्स को पहुंचाने का काम करती हैं। एग्रीबिजनेस सेक्‍टर की खास जरूरतों को ध्‍यान में रखते हुए स्‍टूडेंट्स को मैनेजमेंट, मार्केटिंग और फाइनेंस की अच्‍छी समझ होनी चाहिए। किसी भी स्‍ट्रीम में ग्रेजुएट एग्री बिजनेस मैनेजमेंट में एमबीए कर सकते हैं।

(10) हेल्‍थ केयर मैनेजमेंट: हालांकि हेल्‍थकेयर में एमबीए कोर बिजनेस स्किल्‍स और प्रैक्टिस को कवर करता है, लेकिन इसमें उन खास मुद्दों पर भी फोकस किया जाता है जिनसे बतौर हॉस्पिटल एडमिनिस्‍ट्रेटर, मेडिकल प्रैक्टिस मैनेजर, इंश्‍योरेंस-कंपनी एग्‍जीक्‍यूटिव या इसी तरह की कोई दूसरी भूमिका निभा रहे मैनेजर को दो-चार होना पड़ सकता है। कोई भी ग्रेजुएट हेल्‍थ केयर मैनेजमेंट में एमबीए कर सकते हैं।

MBA करने के बाद आपके पास जॉब के काफी ऑप्शन होते है जैसे 

  • मार्केट रिसर्च एनालिस्ट,
  • मार्केटिंग मेनेजर,
  • प्रोजेक्ट मैनेजर
  • एडवरटाइजिंग मेनेजर,
  • ह्युमन रिसर्च मेनेजर,
  • मैनेजमेंट कंसलटेंट,
  • बैंकिंग एंड फाइनेंस,
  • इन्फोर्मशन सिस्टम मैनेजमेंट, आदि.